सऊदी अरब में रहते हुए शादी का अगला कदम उठाना चाहते हैं? क्या आप किसी के साथ घर बसाने के लिए तैयार हैं। यदि आप शादी करने के योग्य हैं तो आवश्यक कदम और शर्तों के बारे में आप को पता होना चाहिए।
सऊदी अरब एक ऐसा देश है जो शादी को विश्वसनीय रूप से मूल्यवान मानता है। किंगडम में शादी करना और परिवार बसाना बहुत बड़ी उपलब्धि है। सऊदी अरब में शादी करना प्रवासियों के लिए आसान प्रक्रिया नहीं है। पढ़े–सऊदी शूरा काउंसिल क्या है।
सऊदी अरब में शादी करने की शर्तें
सऊदी कानून के अनुसार केवल मुस्लिम व्यक्ति ही सऊदी में विवाह कर सकता है। सऊदी अरब की अदालतें किसी अन्य धर्मों के बीच विवाह को मान्यता नहीं देती है। यहा का कानून मुख्य रूप से शरिया (इस्लामिक) कानून द्वारा पालन की जाने वाली अदालतों पर आधारित है।
यदि आप एक अलग धर्म के हैं तो सऊदी अरब में अपनी शादी को मान्यता देने का एकमात्र तरीका किंगडम के बाहर शादी करना है और लौटने पर कानूनी विवाह प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर किंगडम में एक जोड़े के रूम मे निवास कर सकते है। या दूतावास या आपके साथी (पार्टनर) देश के प्रतिनिधित्व दूतावास जा कर शादी कर सकते है दूतावास द्वारा कानूनी स्वीकृति की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए वर्तमान समय में, फ़िलीपीन्स दूतावास सहित कुछ अन्य दूतावास में विवाह करने के लिए प्राधिकरण उपलभद है लेकिन अधिकांश यूरोपीय दूतावास ऐसी सेवा प्रदान नहीं करती हैं।
यदि आप मुस्लिम हैं तो आपको यह सुनिश्चित करने के लिए जांच करनी चाहिए कि आप सऊदी अरब में शादी के योग्य हैं या नहीं। पढ़े–सऊदी अरब 1932 से अब तक के राजाओं व ताज-राजकुमारों की सूची व इतिहास
नीचे दिए गए विकल्प देखें।
दोनों ही इकामा IQAMA धारक होने चाहिए।
महिला को अपने वर्तमान कंपनी/काफ़िल से लिखित अनुमति लेनी होगी।
दोनों को शादी की शर्तों से सहमत होना चाहिए।
धार्मिक प्रथाओं को पूरा किया जाना चाहिए ।
विवाह समारोह और प्रमाण पत्र सऊदी परिवार न्यायालयों द्वारा जारी किए जाएंगे।
दो गवाहों के साथ अधिकारी सक्षम एक पत्र प्रस्तुत करना होगा। (सऊदी के लिए मेडिकल रिपोर्ट (मूल और प्रतिलिपि)
जीवन-साथी या उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति।
अभिभावक की उपस्थिति या महिला का एजेंट।
सऊदी अरब में गार्जियनशिप
सऊदी विवादास्पद कानूनों में पिछले वर्षों में कुछ सुधार किया गया है हालाँकि फिर भी जब परिवार के मामले, जैसे शादी व तलाक जैसे दावे यदि होते हैं तो महिलाओं पर अभिभावकों की बहुत अधिक शक्ति होती है।
एक महिला का अभिभावक आमतौर पर उसका पति होता है लेकिन इस बीच यदि पति की मृत्यु हो जाती है तो महरम (गार्जियन) क़रीबी रिश्तेदार हो सकते है जैसे पिता, भाई, चाचा या यहां तक कि बेटा भी लेकिन 2019 के बाद से सऊदी अरब के परिवार कानून में अनेकों सुधार किए गए है जैसे विवाहित महिलाएं अपने अभिभावक की स्वीकृति प्राप्त किए बिना जन्म, विवाह या तलाक आदि का रजिस्ट्रेशन करा सकती हैं। पहले अभिभावक ही इन दस्तावेजों को प्रस्तुत कर सकता था। पढ़े-गामका (GAMCA) मेडिकल टेस्ट संक्षिप्त गाइड व प्रश्न
ध्यान दें कि गैर-सऊदी महिलाओं द्वारा सऊदी पुरुषों से शादी करने के लिए विशेष कानून लागू होते हैं। इसलिए तलाक के बाद सऊदी पूर्व पति अपने पूर्व पत्नी (Ex wife) पर जब तक वह पुनर्विवाह नहीं हो जाती है तब तक संरक्षकता (guardianship) का अधिकार रखता है।
सऊदी अरब में ई-प्रमाण पत्र
2018 के बाद से न्याय मंत्रालय ने विवाह अधिकारियों को सऊदी नागरिकों साथ एक्सपैट्स के लिए भी घर-आधारित विवाह आयोजित करने का अधिकार दिया है। साथ ही ई-विवाह प्रमाण पत्र देने का फैसला किया गया था। हालांकि ये प्रक्रिया अभी भी केवल अरबी बोलने वाले जोड़ों के लिए उपलब्ध है। पढ़े–मैं सऊदी अरब से भारत कितना गोल्ड/ कैश ले जा सकता हूं?
सऊदी अरब में शादी करने की प्रक्रिया
अगर पुरुष सऊदी नागरिक है और महिला विदेशी है?
किसी दूसरे राष्ट्रीयता के महिला से शादी करने के लिए सऊदी पुरुष को अदालत में आवेदन करना होता है एक बार मंजूरी मिल गई तो वे बाकी औपचारिकताओं के साथ आगे बढ़ सकते हैं।
1-महिला को अपने वर्तमान प्रायोजक (current sponsor) से लिखित अनुमति लेनी होगी।
2-दोनों को शादी की शर्तों से सहमत होना चाहिए।
3-धार्मिक प्रथाओं को पूरा किया जाना चाहिए।
3-विवाह समारोह और प्रमाण पत्र (लाइसेंस) सऊदी परिवार न्यायालय द्वारा जारी किया जाएगा।
राष्ट्रीयता (Nationality)
ध्यान रहे कि सऊदी में विदेशी महिला कुछ विशिष्ट मामलों को छोड़कर सऊदी पुरुष के लिए योग्य नहीं है।
महिला को सऊदी नागरिक के समान लाभ प्राप्त होंगे लेकिन उसे नागरिकता नहीं दी जाएगी। हालांकि, शादी से पैदा हुए बच्चों को जन्म के समय सऊदी नागरिकता मिल जाएगी है। पढ़े-सऊदी अरब का इजार (Ejar) किराया सिस्टम / गाइड-लाइन व अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
अगर महिला सऊदी है और पुरुष विदेशी है?
यह मामला बहुत विशेष है।
यह सऊदी अरब के भीतर प्रचलित है लेकिन अदालतें केस-टू-केस के आधार पर फैसला देती है।
विशेष (Good to know)
एक विदेशी पुरुष से शादी करने वाली सऊदी महिला अपने पति की स्थायी प्रायोजक (Permanent sponsor) बन जाएगी।
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